बहुत गहरी बात कह दी आपने ,यकीनन तस्वीरे देखी भी जा सकती हैं ,पढ़ी भी और सुनी भी ! इनकी अपनी जुबान एन हर्फों की तरह काम करती है ! रानी रूपमती और बाजबहादुर की मुहब्बत की दास्तान कहती तस्वीरें देख कर जी खुश हुआ ! जिस्मों का ज़वाल तो तय है पर अहसास कब मरते हैं ! आपसे सहमत !
3 टिप्पणियां:
बहुत उम्दा...तस्वीरें देखकर आनन्द आया.
बहुत गहरी बात कह दी आपने ,यकीनन तस्वीरे देखी भी जा सकती हैं ,पढ़ी भी और सुनी भी ! इनकी अपनी जुबान एन हर्फों की तरह काम करती है !
रानी रूपमती और बाजबहादुर की मुहब्बत की दास्तान कहती तस्वीरें देख कर जी खुश हुआ ! जिस्मों का ज़वाल तो तय है पर अहसास कब मरते हैं ! आपसे सहमत !
बेहतरीन पोस्ट !
कम शब्दों में बहुत गहरी बात ...हाँ यह सच है तस्वीरें भी बोलती हैं ...आपका आभार
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